प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन
पाकिस्तान को बचना है तो उसे अपने आतंकी ढांचे को नष्ट करना होगा पीएम मोदी
12 मई 2025
बीते दिनों में हम सभी ने अपने देश की शक्ति और धैर्य, दोनों को देखा है। सबसे पहले मैं भारत के लोगों की तरफ से भारत की वीर सेनाओं को, भारत की सेनाओं को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, हमारे वैज्ञानिकों को नमन करता हूँ। हमारे वीर जवानों ने ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए अदम्य साहस का परिचय दिया। मैं उनके शौर्य, साहस और पराक्रम को नमन करता हूँ। मैं इस शौर्य को देश की हर माँ, हर बहन और हर बेटी को समर्पित करता हूँ।
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई, उसने पूरे देश और दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। धर्म के नाम पर निर्दोष नागरिकों की उनके परिवार और बच्चों के सामने निर्मम हत्या, आतंक और क्रूरता का एक बहुत ही वीभत्स चेहरा था। यह देश की सद्भावना और एकता को तोड़ने का भी एक घिनौना प्रयास था। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह बहुत पीड़ादायक था। इस आतंकवादी हमले के बाद पूरा देश, हर नागरिक, हर समुदाय, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल, एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने भारतीय सेनाओं को आतंकवादियों का सफाया करने की पूरी आजादी दी। और आज हर आतंकवादी, हर आतंकी संगठन हमारी बहनों-बेटियों के सिंदूर को पोछने का अंजाम जानता है।
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है, बल्कि यह देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन 'सिंदूर' न्याय के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता है। 6 मई की देर रात और 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस संकल्प को हकीकत में बदलते देखा। भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों और उनके प्रशिक्षण केंद्रों पर सटीक हमला किया। आतंकियों ने कभी सोचा भी नहीं था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। लेकिन जब देश एकजुट होता है, राष्ट्र प्रथम की भावना से संपन्न होता है और राष्ट्रहित सर्वोपरि होता है, तो कड़े फैसले लिए जाते हैं और परिणाम भी मिलते हैं।
जब भारत की मिसाइलों और ड्रोनों ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया, तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, बल्कि उनके हौसले भी बुरी तरह हिल गए। बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी अड्डे वैश्विक आतंकवाद के विश्वविद्यालय हैं। दुनिया के बड़े आतंकी हमले, चाहे वो 9/11 हो, लंदन ट्यूब बम धमाका हो, या फिर पिछले कई दशकों में भारत में हुए बड़े आतंकी हमले, उनकी जड़ें किसी न किसी तरह इन आतंकी ठिकानों से जुड़ी हुई हैं। आतंकियों ने हमारी बहनों के सिंदूर को पोछ दिया था और भारत ने इसका जवाब उनके आतंकी मुख्यालयों को नष्ट करके दिया था। इन हमलों में भारत द्वारा 100 से ज्यादा खूंखार आतंकियों को मार गिराया गया है। पिछले ढाई-तीन दशकों से पाकिस्तान में कई आतंकी सरगना खुलेआम घूम रहे थे जो भारत के खिलाफ साजिश रचते थे। भारत ने उन्हें एक ही झटके में मार गिराया।
भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान बेहद निराश और हताश हुआ। वह बौखला गया और इसी बौखलाहट में उसने एक और कायराना हरकत की। आतंकवाद के खिलाफ भारत के हमले का समर्थन करने की बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूल, कॉलेज, गुरुद्वारे, मंदिर और नागरिकों के घरों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। लेकिन इस हरकत में पाकिस्तान खुद ही बेनकाब हो गया। दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल भारत के सामने तिनके की तरह गिर गए। भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान ने सीमा पर हमले की तैयारी की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के दिल पर वार किया। भारत के ड्रोन और मिसाइलों ने सटीक हमला किया। उन्होंने पाकिस्तानी वायुसेना के उन एयरबेसों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिन पर पाकिस्तान को बहुत गर्व था। भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाया, जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी और भारी क्षति झेलने के बाद 10 मई की दोपहर को पाकिस्तान की सेना ने हमारे DGMO से संपर्क किया। तब तक हम बड़े पैमाने पर आतंकवाद के ढांचे को नष्ट कर चुके थे। आतंकवादियों का सफाया कर चुके थे। हमने पाकिस्तान के दिल में बने आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया था। इसलिए जब पाकिस्तान ने अपील की और कहा कि वह आगे किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि या सैन्य दुस्साहस में शामिल नहीं होगा, तो भारत ने इस पर विचार किया। और मैं फिर से दोहरा रहा हूं, हमने अभी पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य शिविरों के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई स्थगित की है। आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर कसेंगे कि पाकिस्तान आगे किस तरह का रवैया अपनाता है।
भारत की तीनों सेनाएँ, हमारी वायुसेना, हमारी थलसेना और हमारी नौसेना, हमारी सीमा सुरक्षा बल- BSF, भारत के अर्धसैनिक बल, निरंतर अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक नया मानदंड स्थापित किया है, एक नया पैरामीटर और नया नॉर्म स्थापित किया है।
पहला, अगर भारत पर कोई आतंकवादी हमला होता है तो उसका माकूल जवाब दिया जाएगा।
हम अपनी शर्तों पर ही इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। हम हर उस जगह पर सख्त कार्रवाई करेंगे जहां से आतंकवाद की जड़ें निकलती हैं।
दूसरा, भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। भारत परमाणु ब्लैकमेल की आड़ में विकसित हो रहे आतंकी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक हमला करेगा।
तीसरा, हम सरकार प्रायोजित आतंकवाद और आतंकवाद के मास्टरमाइंड में कोई अंतर नहीं करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने पाकिस्तान का घिनौना चेहरा फिर देखा, जब मारे गए आतंकवादियों को अंतिम विदाई देने के लिए पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारी आए थे। यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद का पुख्ता सबूत है। हम भारत और अपने नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।
हमने हर बार युद्ध के मैदान में पाकिस्तान को धूल चटाई है। और इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने एक नया आयाम जोड़ा है। हमने रेगिस्तान और पहाड़ों में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है और न्यू एज वॉरफेयर में अपनी श्रेष्ठता भी साबित की है। इस ऑपरेशन के दौरान हमारे मेड इन इंडिया हथियारों की विश्वसनीयता भी साबित हुई। आज दुनिया देख रही है कि 21वीं सदी के युद्ध में मेड इन इंडिया रक्षा उपकरणों का समय आ गया है।
हमारी सबसे बड़ी ताकत आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ हमारी एकता है। यह निश्चित रूप से युद्ध का युग नहीं है, लेकिन यह आतंकवाद का युग भी नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस ही बेहतर विश्व की गारंटी है।
जिस तरह से पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तान सरकार आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है, उससे एक दिन पाकिस्तान बर्बाद हो जाएगा। अगर पाकिस्तान को बचना है तो उसे अपने आतंकी ढांचे को नष्ट करना होगा। शांति के लिए इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। भारत का रुख बिल्कुल साफ है... आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते... आतंक और व्यापार साथ-साथ नहीं चल सकते... पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते।
आज मैं विश्व समुदाय को यह भी बताना चाहूंगा कि हमारी घोषित नीति रही है: यदि पाकिस्तान के साथ बातचीत होगी तो वह केवल आतंकवाद पर होगी; और यदि पाकिस्तान के साथ बातचीत होगी तो वह केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर होगी।
प्यारे देशवासियो,
आज बुद्ध पूर्णिमा है। भगवान बुद्ध ने हमें शांति का मार्ग दिखाया है। शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। मानवता शांति और समृद्धि की ओर बढ़े। हर भारतीय शांति से जी सके, विकसित भारत के सपने को पूरा कर सके। इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना बहुत आवश्यक है। और आवश्यकता पड़ने पर इस शक्ति का उपयोग करना भी आवश्यक है। और पिछले कुछ दिनों में भारत ने यही किया है।
एक बार फिर, मैं भारतीय सेना और सशस्त्र बलों को सलाम करता हूँ। मैं हर भारतीय के साहस को, भारत के लोगों की एकता की शपथ और संकल्प को नमन करता हूँ।
धन्यवाद,
भारत माता की जय!!!
भारत माता की जय!!!
भारत माता की जय!!!