रिसर्च सेंटर में तब्दील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिशन हॉस्पिटल की टीम ने किया लावारिस बॉडी का पोस्टमार्टम।
छतरपुर // मध्य प्रदेश // जिला मुख्यालय से महज 22 किलोमीटर दूर महाराजपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक अजब मामला सामने आया | १० मई को मिले एक अज्ञात शव का पोस्टमार्टम क्रिश्चियन हॉस्पिटल से सम्बंधित छात्राओं के लिए प्रयोग की वास्तु बन गया |
पोस्टमार्टम हाउस में ज्ञान की यह पाठशाला किसके आदेश पर चलाई गई इसका जवाब देने को कोई तैयार नहीं है | पर इतना तो तय है कि क्रिश्चियन मिशनरी को खुली छूट है कि वे चाहे जो करें। चाहे , दमोह में फर्जी डॉ इलाज करे , चाहे मिशनरी के नाम पर धर्म परिवर्तन का खेल चलाएं | हमारा तंत्र इतना लाचार और बेबस है कि उसे इन सबकी फ़िक्र करने की जरुरत ही नहीं है |
सूत्रों की माने तो १० मई को एक महराजपुर थाना क्षेत्र में ५० वर्षीय अज्ञात शव मिलता है | पुलिस ने जांच के बाद शव के पी एम् के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पोस्टमार्टम हाउस में भेज दिया | जहाँ डॉ को उसकी जांच कर रिपोर्ट पुलिस को देना होती है | किन्तु यहाँ अजब स्थिति बनी शव की जांच के स्थान पर इसकी सूचना पहले मिशन अस्पताल छतरपुर को दी गई |
वहां से आए हुए डॉक्टर स्टाफ के लगभग 35 से 40 सदस्यों ने डॉक्टर आनंद चौरसिया के साथ लावारिस व्यक्ति का पोस्टमार्टम किया। इस मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने नाम उजागर ना होने की शर्त पर बताया कि , डॉ साहब जो बच्चे आये थे उन्हें शव के एक एक अंग के बारे में समझा रहे थे | उस समय ऐसा लग रहा था मानो यह पोस्टमार्टम हाउस ना हो कर कोई प्रयोगशाला हो |