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शाजापुर में संपन्न हुई प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स की आवश्यक बैठक

रिसर्च सेंटर में तब्दील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिशन हॉस्पिटल की टीम ने किया लावारिस बॉडी का पोस्टमार्टम।

हरिजन बस्ती के लिए आया संजीवनी क्लिनिक का सामान्य वार्ड में क्षेत्रीय विधायक कामाख्या प्रताप सिंह आज कर सकते हैं उद्घाटन।

25 जून 1975 की बीती रात ने आज के भोर को दहला दिया था

बीता सप्ताह आरक्षण का जिन्न अब जातिगत जनगणना के बाद बाहर आना तय

कल प्रदेश के कुछ जिलों में होने वाले नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल को लेकर बोले मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव.

मेंडिकल संचालकों में (झोलाछाप डॉक्टर) खोजने की सूचना।

पद्मश्री सम्मान का व्यवसायीकरण क्या सरकार के संरक्षण में ?

तबेले में तब्दील हुआ सीएम संजीवनी क्लिनि

माँ शक्ति की महिमा को न केवल आरती में गाएं, बल्कि जीवन में उसे साकार करने का प्रयास करें - शशि दीप

भिंड में पत्रकारों पर पुलिस का हमला, पत्रकारिता दिवस पर उठे सवाल

 
भिंड में पत्रकारों पर पुलिस का हमला, पत्रकारिता दिवस पर उठे सवाल।

भोपाल।  1 मई को भिंड में चाय पर चर्चा के नाम पर आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों ने पत्रकारों के साथ मारपीट की। कार्यक्रम में एसआई गिरीश शर्मा और सत्यबीर सिंह ने संवाद की जगह गालियां दीं और कई पत्रकारों को लात-घूंसे मारे। पीड़ितों में अमरकांत सिंह, शशिकांत गोयल, प्रीतम सिंह समेत कई पत्रकार शामिल हैं।घटना के बाद प्रदेशभर के पत्रकारों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि यह केवल शारीरिक हमला नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा वार है। पत्रकारों ने आरोप लगाया कि सरकार और पुलिस प्रशासन पत्रकारों को डराने की कोशिश कर रहे हैं।अब तक न तो पुलिस अधीक्षक पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही मारपीट करने वाले अधिकारियों को निलंबित किया गया है। पत्रकारों ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से मांग की है कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएं।

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