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तबेले में तब्दील हुआ सीएम संजीवनी क्लिनि

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तबेले में तब्दील हुआ सीएम संजीवनी क्लिनि

तबेले में तब्दील हुआ सीएम संजीवनी क्लिनिक

छतरपुर/ महाराजपुर:- 

मध्य प्रदेश की विकास की गाथा मोहन राज्य में लोकार्पण के 48 दिनों में ही मुख्यमंत्री संजीव क्लीनिक को गायों का आशियाना बना दिया । इस संजीवनी क्लीनिक में अभी तक किसी भी मरीज को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिला है।

यह कहानी है छतरपुर जिले से महज 22 किलोमीटर दूर महाराजपुर नगर पालिका क्षेत्र की । 26 जून को महाराजपुर विधानसभा के बीजेपी विधायक कामाख्या प्रताप सिंह, कांग्रेस सरकार में मंत्री एवं भाजपा सरकार के पूर्व विधायक मानवेंद्र सिंह भंवर राजा एवं नपा अध्यक्ष सपना महादेव खटीक की उपस्थिति में 

इस क्लिनिक का लोकार्पण किया गया है ।

     राष्ट्रीय पर्व पर भी यहां ध्वजारोहण ना होना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। किस भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए लोकार्पण किया गया ? लोकार्पण के बाद एक भी व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ अभी तक नहीं मिलना ? यह तस्वीर बताती है कि यह तबेले में तब्दील हो गया है। 

अब मोहन राज्य में इस विकासशील व्यवस्था का जवाबदार कौन होगा ? इसका जवाब मोहन सरकार को देना चाहिए स्वास्थ्य मंत्री दे या मुख्यमंत्री।

 राष्ट्रीय पर्व से याद आया नगर पालिका महाराजपुर में भी राष्ट्रीय पर्व पर प्रभारी सी एमओ परियोजना अधिकारी छतरपुर की उपस्थिति हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया बस कुछ गलतियां देखी गईं जिसे नजर अंदाज करना राष्ट्रीय अपमान माना जा सकता हैं ,

स्कूल के बच्चों को राष्ट्रगान गाना था पर नगर पालिका के कर्मचारि के साले (रिश्तेदार) ने ही राष्ट्रगान का वाचन किया, जिसमें बच्चों का भी मानना है कि वाचन मैं कुछ गलतियां हुई है पर रिश्तेदारी का मामला है।

 तो वही मध्य प्रदेश पूर्व विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के कार्यालय मे राष्ट्रध्वज फहराने के लिए डंडा नहीं था तो विद्युत पोल पर ही राष्ट्रीय प्रेम दिखा दिया।

एक सामाजिक संस्था ने भी राष्ट्र ध्वज को फहरा पर का फोटो सेशन किया और तुरंत ध्वज उतार लिए।

राष्ट्र प्रेम की बात हो तो हमारी दूरसंचार सेवा को कैसे भुलाया जा सकता है। 

बीएसएनएल कार्यालय में तो फटा झंडा ही फहरा दिया पर यह राष्ट्र प्रेम की बात है इस पर कार्यवाही हो जाए ऐसा संभवना कम ही है।

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