कबीर कोहिनूर सम्मान से फिर सम्मानित होंगे डॉक्टर सैयद खालिद कैस
संगठन के राजस्थान इकाई अध्यक्ष बाबू लाल नागा का भी हुआ चयन
मुम्बई।मुंबई। पत्रकार सुरक्षा एवं कल्याण के लिए प्रतिबद्ध अखिल भारतीय संगठन प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सैयद खालिद कैस एडवोकेट का इस वर्ष भी कबीर कोहिनूर सम्मान के लिए चयन हुआ है।
अखिल भारतीय कबीर मठ, सतगुरू कबीर आश्रम सेवा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष पीठाधीश्वर भारत भूषण महंत श्री डॉ. नानक दास जी महाराज के सानिध्य में 11 जुलाई 2025 को सतगुरू कबीर दास साहब की 628वीं जयंती पर राजस्थान के नागौर जिले में बड़ी खाटू में कबीर कोहिनूर सम्मान-2025 का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश भर से उत्कृष्ट कार्य करने वाले चयनित पत्रकार, साहित्यकार, चिकित्सक, शिक्षक व समाजसेविकों को कबीर कोहिनूर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
चयन समिति (कार्यक्रम संयोजक)डॉ. अभिषेक कुमार द्वारा जारी सूची अनुसार डॉक्टर सैयद खालिद कैस एडवोकेट का चयन नेतृत्वकर्ता के रूप में कबीर कोहिनूर सम्मान के लिए अखिल भारतीय कबीर मठ सदगुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान बड़ी खाटू, तहसील जायल, जिला नागौर राजस्थान, भारत के प्रमुख भारत भूषण श्री महंत डॉ. नानक दास जी महाराज द्वारा किया गया है। श्री कैस को 2024 में भी पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए कबीर कोहिनूर सम्मान किया जा चुका है।संगठन की राष्ट्रीय संगठन महासचिव श्रीमती शशि दीप मुंबई को भी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 2024में कबीर कोहिनूर सम्मान से नवाजा जा चुका हैं।
इस वर्ष संगठन की राजस्थान इकाई डिजिटल मीडिया विभाग के संयोजक बाबू लाल नागा को पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए कबीर कोहिनूर सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
संगठन की राष्ट्रीय संगठन महासचिव श्रीमती शशि दीप मुंबई अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर साहित्यकार लेखिका के अनुसार डॉक्टर श्री सैयद खालिद कैस मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल शहर के जाने-माने वरिष्ठ अधिवक्ता, वरिष्ठ पत्रकार, सम्पादक, राजनीतिक समीक्षक, आलोचक, लेखक, शायर, समाजसेवी समाजसुधारक, व विभिन्न राष्ट्रीय संगठनों के संस्थापक हैं। बचपन से ही साहित्यिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में रुझान व सूत्रधार के रूप में भूमिका निभाना उनका पसंद रहा।
08 अप्रैल 1974 मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जन्म डॉक्टर सैयद खालिद को शुरू से पढ़ाई लिखाई में खासी रूचि थी, उन्होंने उर्दू सहित 2 विषयों एम.ए.। (राजनीति शास्त्र) तथा अपराध शास्त्र में एल.एल.बी. की है। इसके अलावा इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविधालय दिल्ली से CAFE, CHR ,CRD जैसे अत्यंत उपयोगी सर्टीफिकेशन अर्जित किये। यह 23 साल की उम्र में अधिवक्ता बने लेकिन सतत देश हित के कई मुहीम के सूत्रधार बने रहे और फिर प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ,गुरु द्रोणाचार्य विद्यापीठ जैसे अखिल भारतीय संगठन की स्थापना के बाद हज़ारों पत्रकार साथी उनके साथ जुड़कर पत्रकार सुरक्षा व कल्याण के उनके उद्देश्य को सफल बनाने के मुहिम में लगे हुए हैं।
श्री कैस को विधि व्यवसाय सहित पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 2005से 2025तक निरंतर सम्मानों से नवाजा जाता रहा है। इन्टरनेशनल एक्सिलेंस अवार्ड मुम्बई अप्रैल 2020,मदर टेरेसा सम्मान नागपुर मई 2021,भारत भूषण सम्मान अगस्त 2021,एन.एम.एफ.आई एक्सिलेंस अवार्ड पत्रकारिता क्षेत्र में मीडिया उत्थान हेतू जुलाई 2021 देहरादून उत्तराखण्ड,राष्ट्रीय साहित्य रत्न सम्मान दिसम्बर 2021,संत माधवानन्द सर्वधर्म सम्मान निर्दलीय प्रकाशन भोपाल 2022,विश्व साहित्य रत्न सम्मान 2022,भागवत प्रसाद स्मृति समन्वय सेवा सम्मान छत्तीसगढ,मीडिया एक्सीलेंस अवार्ड मुम्बई 2023,नेशनल महात्मा गांधी रत्न अवार्ड ,नेशनल प्रेस अवॉर्ड 2024 कोलकाता, कबीर कोहिनूर सम्मान 2024 दिल्ली, विश्व रत्न सम्मान 2024 , भारत श्री सम्मान नैशनल अवार्ड 2025 प्रदान किया गया है।
डॉ सैयद ख़ालिद कैस को 30 वर्ष से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी महती भूमिका निभाने पर" पेरिस फ्रांस स्थित द थेम्स इंटर नेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा वर्ष 2023में (मीडिया एंड जर्नलिज्म) में डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है।