स्कूली छात्रों के आधार कार्ड
चिंतित सरकार और नींद में प्रशासन।
छतरपुर/मध्य प्रदेश:- स्कूली छात्रों के आधार कार्ड को लेकर सरकार ने 2025 मे एक आदेश जारी किए हैं । जिनका उद्देश्य बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट और आधार बनवाने की प्रक्रिया को आसान बनाना है। इसके लिए स्कूल में ही आधार कार्ड बनाए जाना है। छतरपुर जिले में प्रशासन के इस आदेश को , आधार कार्ड बनाने वाली एजेंसी ठेंगा दिखा रही है।
सरकारी आदेश
बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य:
सरकार ने 5 से 15 साल की उम्र के बच्चों के लिए आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य कर दिया है। अपडेट नहीं होने पर आधार बंद भी किया जा सकता है।
स्कूलों में आधार अपडेट अभियान:
UIDAI ने राज्यों के शिक्षा विभागों के साथ मिलकर स्कूलों में ही आधार नामांकन और बायोमेट्रिक अपडेट के शिविर शुरू किए हैं। सभी स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीनें भेजी जा रही हैं, ताकि बच्चों का आधार कार्ड स्कूल में ही अपडेट किया जा सके।
बच्चों के लिए आधार क्यों जरूरी
आधार और बायोमेट्रिक अपडेट न होने पर छात्रवृत्ति, प्रवेश परीक्षा, सरकारी लाभ और अन्य योजनाओं में लाभ नहीं मिलेगा । स्कूलों में नामांकन, शिक्षा प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है ।
ऐसा भी नहीं है कि शिक्षक इसकी उपयोगिता और महत्व को नहीं समझते हैं। वे छात्रों के आधार कार्ड बनवाने के लिए निर्धारित समय पर इंतजार करते हैं।महाराजपुर के शासकीय नेहरू उत्तर माध्यमिक विद्यालय संकुल प्रभारी एन के शर्मा बताते हैं कि 5 दिन आधार कार्ड बनना था । जिसमें से सिर्फ दो दिन ही आधार कार्ड बनाने वाले आए है। पूंछने पर जवाब मिलता है कि मशीन खराब है। यहां छात्र और उनके अभिभावक इंतजार करते रहते हैं।
यह स्थिति सिर्फ महाराजपुर के स्कूली क्षेत्रों की नहीं है बल्कि जिले के कई स्कूलों से इस तरह की जानकारी सामने आई है।




