बुंदेलखंड की डायरी
एक गाँव जहाँ पसरा है मौत का खौफ
रवीन्द्र व्यास
बुंदेलखंड में विकास, प्रशासन और सामाजिक विषयों को लेकर कई महत्वपूर्ण घटनाएं सामने आईं, जिनसे जिले का प्रशासनिक और जनजीवन दोनों प्रभावित हो रहे हैं। इसी इलाके के छतरपुर जिले का एक गांव है जहां ग्रामीण मौत के खौफ से भय भीत है | नरयावली क्षेत्र में विकास कार्यों में तेजी और मुख्यमंत्री के समर्थन से उम्मीदें बढ़ी हैं, वहीं प्रशासनिक टकराव, कर्मचारियों की समस्याएं और शैक्षिक संस्थानों की चुनौतियां प्रगति में बाधा बन रही हैं। इन मामलों के समाधान के लिए समन्वित प्रयास और पारदर्शिता जरूरी तो हैं पर उनका अभाव देखने को मिल रहा है |
भय और बेबसी की जिंदगी
गाँव में ४० लोगों की कैंसर से मौत
गांव की आबोहवा आमतौर पर शुद्ध मानी जाती है , लेकिन छतरपुर जिले के मढ़ा गांव में शुद्ध हवा में भी हादसों और आंसुओं की कहानी सुनने को मिलती है। जिले के लवकुशनगर ब्लॉक के मढ़ा ग्राम पंचायत में ग्रामीण पिछले चार दशकों से दहशत के साए में जी रहे हैं | यहां 1980 से अब तक लगातार कैंसर के मरीज सामने आते रहे हैं और अब तक गांव के करीब 40 लोग कैंसर से जान गंवा चुके हैं।
1980 में पहली बार गांव में कैंसर का मामला सामने आया, जब दयाराम की मां इस बीमारी से पीड़ित हुई थीं।तब से हर साल एक न एक नया मामला सामने आता रहा है। उमाशंकर पटेल के परिवार के लगभग 10 लोग अब तक कैंसर से अपनी जान गंवा चुके हैं।वर्तमान में भी कुसुम रानी पटेल कैंसर से जूझ रही हैं और भोपाल में उनका इलाज चल रहा है।
हर उम्र के लोग चाहे वे जवान हों अथवा अधेड़ या बुजुर्ग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इन परिवारों को इलाज के लिए जमीन-जायदाद और जेवर तक बेचना पड़ा, लेकिन कोई भी मरीज अब तक नहीं बच सका।गांव के बुजुर्ग लड़का बिटिया की शादी को लेकर भी चिंतित हैं, क्योंकि लोग इस गांव से रिश्तेदारी करने से कतराने लगे हैं।
ग्रामीणों का मानना है कि गांव के पानी या मिट्टी में कोई ऐसा जहर या तत्व है जो कैंसर को जन्म दे रहा है।पास के गांव रनमऊ, देवपुर, गुढ़ा और मुंडेरी में एक भी कैंसर का केस सामने नहीं आया है। इसी के चलते ग्रामीण अब गांव की प्राकृतिक स्थिति को जिम्मेदार मानने लगे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि पानी और मिट्टी का वैज्ञानिक परीक्षण कराया जाए।बीमारी के कारण और स्रोत का पता लगाया जाए।सरकार-प्रशासन तत्काल हस्तक्षेप कर लोगों को उपचार व रोकथाम की दिशा में ठोस कदम उठाए।अगर समय पर समाधान न हुआ, तो ग्रामीण गांव छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को गाँव के इन हालातों की भनक तक नहीं है | लवकुश नगर के बीएमओ इस मामले की जानकारी अब जिला में पहुंचाएंगे और जिला से जैसा मार्गदर्शन मिलेगा उस पर कार्यवाही करेंगे |
विकास कार्यों में प्रशासनिक टकराव
सागर में स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों को लेकर कलेक्टर संदीप जी आर और नगर निगम कमिश्नर राजकुमार खत्री के बीच शीत युद्ध जारी है। दोनों अधिकारियों के बीच कार्यों के ठेकों और निर्णय प्रक्रिया में मतभेद सामने आ रहे हैं | कलेक्टर ने निगम कमिश्नर को नोटिस भी जारी किया है, जबकि निगम कमिश्नर के खिलाफ भोपाल लोकायुक्त में आधा दर्जन से अधिक शिकायतें भी जांच के दायरे में हैं। स्थानीय राजनेताओं का मानना है कि प्रशासनिक तालमेल ना होने से विकास की गति प्रभावित हो रही है |
वैश्विक समस्याओं का समाधान सनातन दर्शन के पास
आज के वैश्विक संकटों का समाधान भारतीय सनातन दर्शन में निहित है, यह मूल सन्देश सागर के पद्माकर सभागार में आयोजित युवा संवाद में निकलकर सामने आया | ‘‘वैश्विक चुनौतियों का समाधान और भारत का दृष्टिकोण’’ विषय पर युवा संवाद आयोजित हुआ यह कार्यक्रम सामाजिक जिम्मेदारी की महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है | स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक शिकागो संदेश की 132वीं वर्षगांठ पर युवाओं, विचारकों और शिक्षाविदों ने मिलकर समाज व युवा पीढ़ी को सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया |
पूज्य श्री समर्थ दादा गुरू ने अपने विचारों से युवाओं में नवजागृति पैदा करते हुए समझाया कि ‘‘संस्कृति प्रकृति प्रधान है—वैश्विक चुनौतियों का समाधान भारतीय दर्शन ही प्रस्तुत करता है। अपने अस्तित्व, माटी और संस्कृति से जुड़ा युवा ही समाज को जागृत कर सकता है। आज बुंदेलखंड का युवा ऐसे गंभीर विषय पर संवाद कर रहा है। जो अपनी माटी और संस्कृति के निकट है उसके अस्तित्व को कोई चुनौती नहीं दे सकता। यह चिंतन समाज का संदेश हो जाये, एक सार्थकता हो जाये। हमारा देश जिसे देवधरा भारत कहते है, उसकी तरफ सारी दुनिया देख रही है कि आखिर ऐसी कौन सी शक्तियां है, जो इन भयावह आपदाओं के दौर में भी भयमुक्त जीवन जी रहे हैं, बड़े आनंद के साथ रहते हैं। हम विश्व को परिवार मानते हैं और परिवार के कल्याण की भावना सिर्फ हमारे भारतीय सनातन दर्शन में है। केवल भारत ही ऐसा देश है जहां यह बोला जाता है कि धर्म की जय हो, विश्व का कल्याण हो। भारत की संस्कृति जीवन को बनाने की मिसाइल है। दुनिया में ऐसी कौन सी परम्परा और दर्शन है जो माटी को पूजता है। हमें गर्व है कि हम माटी का वंदन करते हैं माटी को माँ कहते हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष रानी अवंती बाई विश्वविद्यालय के कुलगुरु विनोद मिश्रा ,युवा थिंकर्स फोरम के निदेशक आशुतोष सिंह, युवा चिंतक अविराज भूपेन्द्र सिंह ने अपने विचारों की एक नव जागृति पैदा की उनके सहित क्षेत्र के प्रबुद्ध वर्ग और युवा छात्र-छात्राओं ने भाग लिया |
सुनो सरकार
मध्य प्रदेश पंचायत सचिव संगठन ने गुरुवार को सागर में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के निवास पर अपनी मांगों के समाधान हेतु पांच सूत्री ज्ञापन सौंपा। मंत्री राजपूत ने सचिवों की ग्रामीण विकास में भूमिका को "रीढ़" बताते हुए समस्याओं को शासन स्तर पर शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया।
दरअसल मंत्री जी अपने सागर के निज निवास मातेश्वरी पर जनसुनवाई करते हैं | गुरूवार को संगठन के जिला अध्यक्ष जगन्नाथ प्रसाद गौर ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पंचायत सचिव पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से शासन-प्रशासन की योजनाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाते हैं | हमारी वर्षो पुरानी मांग है कि सचिवों के लिए आयुष्मान कार्ड योजना का शीघ्र लाभ,(कार्ड योजना संबंधी आदेश 2023 में जारी हुए थे) समयमान वेतनमान एवं वेतन संशोधन, अन्य कर्मचारियों के समान सुविधाएं, और लोक कल्याणकारी योजनाओं में सचिवों की भागीदारी सुनिश्चित करना शामिल है।
मंत्री जी ने सचिव संगठन को विश्वास दिलाया कि सभी जायज़ मांगों का उचित निराकरण शासन स्तर पर किया जाएगा |
108 एम्बुलेंस चालक का आत्मदाह प्रयास
सागर में जनसुनवाई के दौरान 108 एम्बुलेंस के ड्राइवर अभय राज ने ड्यूटी न मिलने और वेतन न मिलने से परेशान होकर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों ने समय रहते उसे रोका। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। ड्राइवर ने अधिकारियों पर रिश्वत मांगने और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है,|
नरयावली में विकास के नए आयाम
नरयावली विधानसभा क्षेत्र के विधायक इंजी. प्रदीप लारिया ने भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से क्षेत्र के पेयजल आपूर्ति स्थायी परियोजनाओं, सड़क मार्गों के निर्माण और मजबूतीकरण, शैक्षिक संस्थानों के उन्नयन की मांग की। मुख्यमंत्री ने इन विकास कार्यों को शीघ्र स्वीकृति देने का आश्वासन दिया है। इसी क्षेत्र में शासकीय महाविद्यालय के नए भवन निर्माण का शुभारंभ हो चुका है, जो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नरयावली के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इसके साथ ही फ्लाईओवर निर्माण की भी योजना है जो ट्रैफिक समस्या को कम करेगी।
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