Trending

शाजापुर में संपन्न हुई प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स की आवश्यक बैठक

रिसर्च सेंटर में तब्दील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिशन हॉस्पिटल की टीम ने किया लावारिस बॉडी का पोस्टमार्टम।

हरिजन बस्ती के लिए आया संजीवनी क्लिनिक का सामान्य वार्ड में क्षेत्रीय विधायक कामाख्या प्रताप सिंह आज कर सकते हैं उद्घाटन।

25 जून 1975 की बीती रात ने आज के भोर को दहला दिया था

बीता सप्ताह आरक्षण का जिन्न अब जातिगत जनगणना के बाद बाहर आना तय

कल प्रदेश के कुछ जिलों में होने वाले नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल को लेकर बोले मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव.

मेंडिकल संचालकों में (झोलाछाप डॉक्टर) खोजने की सूचना।

पद्मश्री सम्मान का व्यवसायीकरण क्या सरकार के संरक्षण में ?

तबेले में तब्दील हुआ सीएम संजीवनी क्लिनि

माँ शक्ति की महिमा को न केवल आरती में गाएं, बल्कि जीवन में उसे साकार करने का प्रयास करें - शशि दीप

जे के सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर की मौत।

 जे के सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर की मौत

पन्ना/बुंदेलखंड/ 23/09/25,

जेके सीमेंट प्लांट, पन्ना में  सुबह एक और बड़ा हादसा हुआ जिसमें पंजाब के तरन तारन जिले के 30 वर्षीय कर्मचारी गुरजीत सिंह की मौत हो गई। प्लांट की दूसरी चिमनी पर लगभग 150 मीटर की ऊंचाई पर काम करते समय वह नीचे गिरा और गिरते-गिरते लोहे की संरचनाओं से टकराने के बाद उसका सिर धड़ से अलग हो गया। घटना ने व्यवस्थागत लापरवाही और कार्य सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।  

सुबह लगभग 9.30 बजे घटी इस घटना के बाद  मौके पर मौजूद कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई।  घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पुलिस पहुंची और पोस्टमार्टम के लिए शव पन्ना जिला चिकित्सालय भेजा गया।   पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू के निर्देश पर एसडीओपी और थाना प्रभारियों सहित पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा।  

मृतक गुरजीत सिंह पंजाब से ठेका कंपनी बाबा कंस्ट्रक्शन के जरिए पन्ना में काम कर रहा था।  गिरने से उसका सिर शरीर से अलग हो गया, जिससे मौके पर ही मौत हो गई।  मृतक की पत्नी, एक छोटी बच्ची और माता-पिता पंजाब में रहते हैं।  

प्रबंधन पर आरोप

परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना के बाद भी प्रबंधन ने कोई मुआवजा या सहायता राशि घोषित नहीं की।  जनसंपर्क विभाग ने पहले घटना को मधुमक्खियों के काटने से जोड़ने की कोशिश की, जिसे कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने झूठ बताया।  मीडिया के सामने सच उजागर करने पर प्रबंधन के प्रतिनिधियों ने मृतक के परिजनों पर दबाव बनाया और धमकाने की कोशिश की।  

 प्लांट की खराब सुरक्षा 

30 जनवरी 2025 को इसी प्लांट में छत गिरने से 4 मजदूरों  की मौत और 20 घायल हुए थे।  उस समय कमिश्नर सागर ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया था, लेकिन अब तक न तो रिपोर्ट सार्वजनिक हुई और न ही किसी पर कार्रवाई हुई।  

दोहराए जा रहे हादसों से यह प्लांट पन्ना की एकमात्र औद्योगिक इकाई होने के बावजूद हादसों का गढ़ बन चुका है।  

यह घटना न सिर्फ मजदूर सुरक्षा, बल्कि औद्योगिक जिम्मेदारी और सरकारी निगरानी पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है, खासकर तब जब एक साल के भीतर प्लांट में कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form